आज की टॉप ऑटो इंडस्ट्री न्यूज़: भारतीय और वैश्विक बाजार में हलचल

मारुति सुजुकी को झटका, ई-विटारा प्रोडक्शन घटा

दुनिया भर में रेयर अर्थ मैग्नेट की कमी के चलते मारुति सुजुकी ने अपने ई-विटारा इलेक्ट्रिक एसयूवी का प्रोडक्शन टारगेट घटा दिया है। अब कंपनी सितंबर तक सिर्फ 8,000 यूनिट्स बनाएगी, जबकि पहले 26,000 यूनिट्स का लक्ष्य था। कंपनी ने भरोसा दिलाया है कि आगे चलकर यह घाटा पूरा किया जाएगा और पूरे फाइनेंशियल ईयर में 67,000 यूनिट्स बनाने की योजना है। अगर रेयर अर्थ सप्लाई में 30 दिनों से ज्यादा की रुकावट आई तो भारत में कई कंपनियों का प्रोडक्शन प्रभावित हो सकता है।

टाटा मोटर्स का बड़ा निवेश, EV मार्केट में आक्रामक रणनीति

टाटा मोटर्स ने अगले पांच साल में पैसेंजर व्हीकल बिजनेस में 35,000 करोड़ रुपये निवेश करने का ऐलान किया है। कंपनी का लक्ष्य है कि 2030 तक 18–20% मार्केट शेयर हासिल किया जाए, जिसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल्स भी शामिल हैं। टाटा सात नई गाड़ियां और 23 प्रोडक्ट रिफ्रेश लाने की तैयारी में है। कंपनी 2027 तक अपनी पैसेंजर व्हीकल सेल्स में EVs का हिस्सा 20% तक बढ़ाना चाहती है।

जनरल मोटर्स का ICE वाहनों पर बड़ा दांव

अमेरिकी ऑटो जायंट जनरल मोटर्स (GM) ने अगले दो साल में तीन अमेरिकी प्लांट्स में 4 बिलियन डॉलर (करीब 33,000 करोड़ रुपये) निवेश करने का फैसला किया है। GM अब इलेक्ट्रिक ट्रक की जगह गैस-पावर्ड एसयूवी और पिकअप ट्रक बनाएगा, क्योंकि EV की मांग धीमी हो गई है। इससे कंपनी की 2035 तक ICE वाहनों का प्रोडक्शन बंद करने की योजना पर सवाल उठने लगे हैं।

ह्यूंदै और मारुति का एक्सपोर्ट पर फोकस

ह्यूंदै मोटर इंडिया ने इस फाइनेंशियल ईयर में सिंगल डिजिट एक्सपोर्ट ग्रोथ का अनुमान जताया है, वहीं मारुति सुजुकी 20% एक्सपोर्ट ग्रोथ का टारगेट लेकर चल रही है। घरेलू बाजार में चुनौतियों के बावजूद दोनों कंपनियां विदेशों में अपने प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ाने पर जोर दे रही हैं।

दोपहिया वाहनों में 8–9% ग्रोथ की उम्मीद

FY26 में टू-व्हीलर की डिमांड 8-9% बढ़ने की संभावना है। इसकी वजह है—इन्फ्लेशन में कमी, इनकम टैक्स छूट और ब्याज दरों में कटौती, जिससे कंज्यूमर सेंटिमेंट मजबूत हुआ है।

अन्य प्रमुख अपडेट्स

  • रेयर अर्थ संकट: चीन की एक्सपोर्ट पॉलिसी के चलते मैग्नेट की सप्लाई बाधित है, जिससे EV और हाइब्रिड वाहनों का प्रोडक्शन जुलाई से प्रभावित हो सकता है।

  • क्लासिक लीजेंड्स: FY26 तक प्रॉफिटेबिलिटी हासिल करने के लिए इनोवेशन और नेटवर्क विस्तार पर फोकस कर रही है3

  • ह्यूंदै के शेयर: भारत में EV मार्केट में मजबूती और आरबीआई की रेट कट के चलते ह्यूंदै के शेयर रिकॉर्ड हाई पर पहुंचे हैं।

  • ट्रक मार्केट: भारत में मीडियम और हेवी ट्रकों की बिक्री में गिरावट, AC कैबिन अनिवार्य होने से लागत बढ़ी।

  • कंपनियों में टॉप लेवल मूवमेंट: फोर्स मोटर्स और टेनेको जैसी कंपनियों में CFO की नई नियुक्तियां हुई हैं।

निष्कर्ष

आज की ऑटो इंडस्ट्री में रेयर अर्थ सप्लाई संकट, EV मार्केट में निवेश, और कंपनियों की नई रणनीतियां सुर्खियों में हैं। मारुति, टाटा, GM, ह्यूंदै जैसी कंपनियां बदलते बाजार और तकनीकी चुनौतियों के बीच अपने बिजनेस मॉडल को तेजी से एडजस्ट कर रही हैं

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