बाजार में मीठे आम की पहचान: श्री ठाकुर जी और श्री जी के भोग के लिए सबसे मीठा आम कैसे चुनें?
बाजार में मीठे आम की पहचान के आसान तरीके, मौजूदा किस्में और श्री ठाकुर जी व श्री जी के भोग के लिए सबसे उपयुक्त मीठा आम चुनने की पूरी जानकारी।
गृहस्थ धर्म HOUSEHOLD'S DUTY


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आम का महत्व और भारतीय संस्कृति में स्थान
गर्मियों का मौसम आते ही हर गली, हर बाजार में आम की खुशबू और रंगत छा जाती है। आम न सिर्फ स्वाद में लाजवाब है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति में भी विशेष स्थान रखता है। श्री ठाकुर जी और श्री जी को भोग लगाने के लिए मीठे और रसीले आमों का चयन करना बेहद जरूरी है, ताकि भोग शुद्ध, स्वादिष्ट और प्रेमपूर्ण हो।
बाजार में मीठे आम की पहचान क्यों जरूरी है?
अक्सर बाजार में कई किस्मों और रंगों के आम देखकर सही और मीठा आम पहचानना मुश्किल हो जाता है। कई बार आम देखने में सुंदर और चमकदार लगता है, लेकिन काटने पर खट्टा या बेस्वाद निकलता है। ऐसे में कुछ भरोसेमंद और आसान टिप्स अपनाकर आप सबसे मीठा, रसीला और परिपक्व आम चुन सकते हैं, जो ठाकुर जी के भोग के लिए उपयुक्त हो।
मीठे आम की पहचान के 5 पक्के तरीके
1. सुगंध से पहचानें
पके और मीठे आम की सबसे पहली पहचान उसकी प्राकृतिक खुशबू होती है।
आम को डंठल (स्टेम) के पास से सूंघें। अगर वहां से मीठी और तेज सुगंध आ रही है, तो आम पूरी तरह पका और मीठा है।
अगर आम में कोई सुगंध नहीं है या उसमें केमिकल जैसी गंध है, तो वह कृत्रिम रूप से पकाया गया हो सकता है, जो स्वाद में अच्छा नहीं होगा।
2. रंग और त्वचा पर ध्यान दें
जरूरी नहीं कि चमकदार पीला या लाल आम ही मीठा हो।
सही पके आम की त्वचा पर हल्के दाग-धब्बे, थोड़ी सिकुड़ी त्वचा और हल्का नरम होना जरूरी है।
ज्यादा चमकदार आम पर अक्सर वैक्स या केमिकल स्प्रे किया जाता है, जो स्वाद और सेहत दोनों के लिए ठीक नहीं1।
3. सपाट सतह और हल्का नरम स्पर्श
आम को हल्के हाथों से दबाकर देखें। अगर आम थोड़ा दबता है लेकिन ज्यादा नरम नहीं है, तो वह सही तरीके से पका है।
बहुत सख्त आम कच्चा हो सकता है और जरूरत से ज्यादा सॉफ्ट आम सड़ने के करीब हो सकता है1।
4. वजन से भी पता चलता है मिठास
समान आकार के दो आमों को हाथ में लेकर तौलें। जो आम भारी लगे, उसमें रस ज्यादा होता है।
भारी आम आमतौर पर अंदर से जूसी और मीठा होता है1।
5. डंठल (स्टेम) की स्थिति देखें
अगर डंठल के पास से हल्का रस रिसता दिखे या वहां चिपचिपा सा गीलापन हो, तो यह इस बात का संकेत है कि आम पूरी तरह से पका और मीठा है।
डंठल के पास से मीठी खुशबू आना भी पके आम की पहचान है।
इस समय बाजार में कौन-कौन सी किस्में उपलब्ध हैं?
गर्मी के मौसम में उत्तर भारत, खासकर उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में निम्नलिखित किस्में सबसे ज्यादा मिलती हैं:
दशहरी (Dussehri)
चौसा (Chausa)
लंगड़ा (Langda)
सफेदा (Safeda)
आम्रपाली (Amrapali)
तोतापुरी (Totapari)
रत्नागिरी हापूस (Ratnagiri Hapus)
सिंदूरी (Sindoori)
नीलम (Neelam)
हिमसागर (Himsagar)
इनमें से दशहरी, चौसा, लंगड़ा, सफेदा और आम्रपाली सबसे ज्यादा लोकप्रिय और मीठे माने जाते हैं। इन किस्मों में से कोई भी चुन सकते हैं, लेकिन पहचान के टिप्स जरूर आजमाएं।
श्री ठाकुर जी और श्री जी के भोग के लिए कौन सा आम चुनें?
भोग के लिए आम चुनते समय ध्यान रखें कि आम पूरी तरह से प्राकृतिक तरीके से पका हो, उसमें केमिकल या कृत्रिम रंग न हो। दशहरी, चौसा, लंगड़ा और आम्रपाली किस्में भोग के लिए आदर्श मानी जाती हैं क्योंकि ये स्वाद में अत्यंत मीठी, रसीली और सुगंधित होती हैं।
श्री ठाकुर जी और श्रीजी को आम का भोग कैसे लगाए ?
आम को पहले छुरी से दो तीन भागो में काट ले. फिर एक एक फाड़ी (भाग) और घुट्ली से गुदा चम्मच या साफ़ हाथ द्वारा निकाले और फिर गुदे को चम्मच द्वारा ठाकुर जी और श्रीजी को प्यार से खिलाये. आमों को साबुत और सीधे घुट्ली देकर भोग ना लगाए बल्कि गुदा निकालकर भोग लगाना ही प्रेम भाव है. संत तो यहाँ कहते है पहले फल के थोड़े से हिस्से को चख ले ताकि पता लग जाए कि फल खट्टा, कड़वा या बेस्वाद तो नहीं, मीठा होने पर ही खिलाये. राधे राधे.
मीठे आम की पहचान के लिए अतिरिक्त सुझाव
आम को कभी भी सिर्फ रंग देखकर न चुनें।
हल्के दाग-धब्बे और सिकुड़ी त्वचा वाले आम ज्यादा स्वादिष्ट होते हैं।
आम को हल्के हाथ से दबाएं, अगर ज्यादा सख्त है तो कच्चा है, अगर बहुत नरम है तो सड़ा हुआ।
आम को डंठल के पास से सूंघें, मीठी खुशबू सबसे बड़ा संकेत है।
आम को हाथ में तौलें, भारी आम ज्यादा जूसी और मीठा होता है।
अगर आम का निचला हिस्सा काला या सूखा है, तो वह ताजा नहीं है।
केमिकल या वैक्स लगे आम से बचें, हमेशा नेचुरली पके आम ही लें।
बाजार में आम खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें?
हमेशा सुबह या दोपहर में ताजा आम खरीदें।
एक ही दुकान से बार-बार खरीदने पर दुकानदार भी आपको अच्छे आम देगा।
आम को खरीदते वक्त एक-दो आम को हल्का दबाकर, सूंघकर और तौलकर देखें।
अगर संभव हो तो देसी या लोकल वैरायटी के आम खरीदें, ये ज्यादा स्वादिष्ट और सुरक्षित होते हैं।
भोग के लिए आम खरीदते समय एक-दो अतिरिक्त आम भी लें, ताकि अगर कोई आम खराब निकले तो विकल्प रहे1।
आम को स्टोर और परोसने के टिप्स
आम को कभी भी फ्रिज में ज्यादा देर तक न रखें, इससे उसका स्वाद कम हो जाता है।
आम को कमरे के तापमान पर रखें, ताकि वह और भी मीठा और रसीला हो जाए।
भोग के लिए आम को धोकर, छीलकर और सुंदर तरीके से काटकर परोसें।
अगर आम थोड़े कच्चे हैं तो अखबार में लपेटकर 1-2 दिन कमरे के तापमान पर रखें, वे खुद-ब-खुद पक जाएंगे1।
निष्कर्ष
मीठे आम की पहचान करना कोई मुश्किल काम नहीं है, बस आपको ऊपर बताए गए आसान और भरोसेमंद टिप्स अपनाने हैं। बाजार में उपलब्ध दशहरी, चौसा, लंगड़ा, सफेदा, आम्रपाली जैसी किस्में इस समय सबसे ज्यादा मीठी और रसीली हैं। श्री ठाकुर जी और श्री जी के भोग के लिए इन्हीं में से कोई भी किस्म चुनें, लेकिन खरीदते समय सुगंध, रंग, त्वचा, वजन और डंठल की स्थिति जरूर जांचें। नेचुरली पके, हल्के दाग-धब्बे वाले, थोड़े नरम और भारी आम ही मीठे और स्वादिष्ट होते हैं।
अब जब भी बाजार जाएं, इन टिप्स को अपनाएं और सबसे मीठा आम चुनकर ठाकुर जी और श्री जी को प्रेमपूर्वक भोग लगाएं।