गुजरात एयरप्लेन क्रैश: यात्रियों को क्या सबक लेना चाहिए और कौन सी सीट सबसे सुरक्षित है?

गुजरात विमान हादसे से यात्रियों को क्या सीखना चाहिए? जानें, विशेषज्ञों के अनुसार सबसे सुरक्षित सीट कौन सी है और फ्लाइट में सुरक्षा के जरूरी टिप्स

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6/12/20251 मिनट पढ़ें

गुजरात एयरप्लेन क्रैश से यात्रियों के लिए ज़रूरी सबक

हाल ही में गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे ने सभी यात्रियों को एक बड़ा संदेश दिया है: फ्लाइट में सुरक्षा को हल्के में न लें। विशेषज्ञों और एविएशन रिपोर्ट्स के आधार पर, हर आम यात्री को निम्नलिखित बातें हमेशा याद रखनी चाहिए:

  • हमेशा सीट बेल्ट बांधे रखें: टर्ब्यूलेंस या इमरजेंसी के दौरान सबसे ज्यादा चोटें तब लगती हैं जब यात्री सीट बेल्ट नहीं बांधते। सीट बेल्ट साइन बंद हो तब भी बेल्ट बांधे रखें।

  • क्रू के निर्देश ध्यान से सुनें और फॉलो करें: फ्लाइट अटेंडेंट्स इमरजेंसी के लिए प्रशिक्षित होते हैं। उनकी बातों को कभी नजरअंदाज न करें।

  • इमरजेंसी एक्जिट का ध्यान रखें: बोर्डिंग के बाद सबसे पहले अपने नजदीकी इमरजेंसी एक्जिट को पहचान लें, ताकि जरूरत पड़ने पर जल्दी बाहर निकल सकें।

  • ढीले सामान को सुरक्षित रखें: खुले सामान से चोट लग सकती है, इसलिए हमेशा बैग्स और अन्य सामान को सही जगह पर रखें।

  • ब्रैस पोजिशन अपनाएं: इमरजेंसी लैंडिंग या क्रैश की स्थिति में फ्लाइट क्रू द्वारा बताए गए ब्रैस पोजिशन को अपनाएं—सिर झुकाकर, हाथ सिर पर और पैरों को जमीन पर रखें।

फ्लाइट में सबसे सुरक्षित सीट कौन सी है? विशेषज्ञों की राय

अक्सर लोग सोचते हैं कि फ्लाइट में आगे की सीटें ज्यादा सुरक्षित होंगी, लेकिन डेटा और विशेषज्ञों की राय इसके उलट है। पिछले हिस्से (रियर) की मिडिल सीटें सबसे सुरक्षित मानी जाती हैं

आइए जानते हैं क्यों:

  • अमेरिकन मैगजीन टाइम के 35 साल के डेटा के अनुसार, फ्लाइट के पिछले हिस्से की मिडिल सीटों पर मृत्यु दर सबसे कम (28%) पाई गई है, जबकि मिडिल सेक्शन की आइल सीटों पर यह दर सबसे ज्यादा (44%) थी।

  • रियर सीट्स: पिछले हिस्से में बैठे यात्रियों के बचने की संभावना 40% तक ज्यादा पाई गई है, क्योंकि क्रैश की स्थिति में अधिकतर एनर्जी आगे के हिस्से में लगती है।

  • मिडिल सीट्स: मिडिल सीटें दोनों तरफ बैठे यात्रियों से ‘बफर’ मिलती हैं, जिससे चोट लगने की संभावना कम हो जाती है।

  • इमरजेंसी एक्जिट के पास की सीटें: एक्सपर्ट्स का मानना है कि इमरजेंसी के वक्त एक्जिट के पास बैठना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि बाहर निकलने में समय कम लगता है।

  • ध्यान दें, हर हादसे में परिस्थितियां अलग होती हैं, लेकिन सांख्यिकीय रूप से पिछली मिडिल सीटें सबसे सुरक्षित मानी जाती हैं।

निष्कर्ष

  • फ्लाइट में सबसे सुरक्षित सीटें: पिछले हिस्से (रियर) की मिडिल सीटें

  • हमेशा सुरक्षा निर्देशों का पालन करें, सीट बेल्ट बांधे रखें और इमरजेंसी एक्जिट का ध्यान रखें।

  • फ्लाइट क्रैश बेहद दुर्लभ होते हैं, लेकिन सतर्क रहना और सही सीट चुनना आपकी सुरक्षा बढ़ा सकता है।

यात्रा करें, लेकिन सुरक्षा को हमेशा प्राथमिकता दें!