हर्ष को हम आनंद में परिणत ( रूपांतरित) कर लें Let us transform joy into bliss. (EN)

हर्ष को हम आनंद में परिणत ( रूपांतरित) कर लें

जय श्री कृष्ण जय श्री राधा

(प्रस्तुत लेख हमारे परम पूज्य श्री राधाबबा (स्वामी चक्रधरजी महाराज) की विशेष सामग्री का संकलन है. ये लेख गीता प्रेस द्वारा प्रकाशित ‘आस्तिकता की आधारशीला’ पुस्तक से लिया गया है.)

अनुकूलता में हमें हर्ष होता ही है, पर यह हर्ष एक विकार है: आनंद में सर्वथा भिन्न वस्तु है यह. हर्ष को आनंद में परिणत कर ले, यही करना है. आनंद तो प्रभु का स्वरुप है, प्रतिबिम्ब है, जो मन- बुद्धि रुपी दर्पण पर प्रतिबिम्बित होता है और तब तक स्थाई रूप से बना ही रहता है, जब तक मन-बुद्धि का भी आत्यंतिक विलय प्रभु में नहीं हो जाता. किसी भी हर्ष को हम आनंद का रूप दे दें अथार्त ऐसी भावना दृढ कर ले कि वह हर्ष हमें कभी छोड़े ही नहीं. फिर यह विकार वरदान बन जाएगा और यह ही करना है.

  • Related Posts

    NPS 2.0: नया क्या है, क्या है अलग, और निवेशकों पर क्या असर?

    परिचय रिटायरमेंट प्लानिंग भारतीय निवेशकों के लिए हमेशा से एक अहम विषय रहा है। नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) विगत कई वर्षों से इसके लिए सबसे भरोसेमंद विकल्पों में गिना जाता…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    हरिद्वार में स्थित एक सुंदर धर्मशाला “नकलंक धाम”

    हरिद्वार में स्थित एक सुंदर धर्मशाला “नकलंक धाम”

    पूर्व में हुए पापों का प्रायश्चित कैसे करें?

    पूर्व में हुए पापों का प्रायश्चित कैसे करें?

    मैं कुछ बड़ा पाना चाहता हूँ और भविष्य की चिंता से मुक्त होना चाहता हूँ 

    मैं कुछ बड़ा पाना चाहता हूँ और भविष्य की चिंता से मुक्त होना चाहता हूँ 

    Motherson Sumi Wiring India Ltd का विस्तृत विश्लेषण

    Motherson Sumi Wiring India Ltd का विस्तृत विश्लेषण

    कंपनी में निवेश से पहले ऑडिटर की तरह कैसे जाँच करे?

    कंपनी में निवेश से पहले ऑडिटर की तरह कैसे जाँच करे?

    वो लार्ज और मिड-कैप स्टॉक्स जो विश्लेषकों के अनुसार एक वर्ष में 25% से अधिक रिटर्न दे सकते हैं

    वो लार्ज और मिड-कैप स्टॉक्स जो विश्लेषकों के अनुसार एक वर्ष में 25% से अधिक रिटर्न दे सकते हैं