बीकॉम पास करने के बाद सीए (CA) और सीएस (CS) के अलावा युवाओं के लिए कई कोर्स, बिजनेस आइडिया और प्रोफेशनल सर्टिफिकेशन विकल्प उपलब्ध हैं जिनसे अच्छी सैलरी और बिजनेस बन सकता है। नीचे सभी लोकप्रिय ऑप्शनों के बारे में फीस, संस्थान, एलिजिबिलिटी, स्कोप, और नियमों समेत हर जरूरी जानकारी दी गई है.
बेस्ट करियर और कोर्स ऑप्शन
| कोर्स/रास्ता | फीस | प्रमुख संस्थान | एलिजिबिलिटी | औसत सैलरी | नियम/प्रक्रिया |
|---|---|---|---|---|---|
| MBA (Master of Business Administration) | ₹1-6 लाख/वर्ष | IIM, Amity, DU, Symbiosis | ग्रेजुएट, CAT/GMAT | ₹7-9 लाख/वर्ष | एंट्रेंस टेस्ट, ग्रुप डिस्कशन, इंटरव्यू |
| M.Com | ₹20,000-60,000/वर्ष | DU, BHU, IGNOU | B.Com पास | ₹4-7 लाख/वर्ष | मेरिट या एंट्रेंस टेस्ट |
| CMA (Cost & Management Accountant) | ₹50,000-70,000 | ICMAI | ग्रेजुएट | ₹7-10 लाख/वर्ष | फाउंडेशन, इंटरमीडिएट, फाइनल + आर्टिकलशिप |
| ACCA (Global Accountant) | ₹1.5-2.5 लाख | ACCA Global, Zell, EduPristine | 12वीं या B.Com | ₹8-12 लाख/वर्ष | 13 पेपर, बिना आर्टिकलशिप |
| CFA (Chartered Financial Analyst) | ₹2-3 लाख | CFA Institute | ग्रेजुएट | ₹8-15 लाख/वर्ष | 3 लेवल की परीक्षा |
| CPA (Certified Public Accountant) | ₹1-2 लाख | AICPA, EduPristine | ग्रेजुएट | ₹7-10 लाख/वर्ष | 4 एग्जाम क्लियर करने होते हैं |
| Data Science/Business Analytics | ₹30,000-2 लाख | UpGrad, Simplilearn, Amity | ग्रेजुएट, बेसिक कंप्यूटर | ₹7-10 लाख/वर्ष | ऑनलाइन/ऑफलाइन कोर्स के जरिये सर्टिफाई |
| Digital Marketing | ₹20,000-80,000 | Google, UpGrad, Simplilearn, Amity | किसी भी ग्रेजुएट | ₹5-8 लाख/वर्ष | ऑनलाइन/ऑफलाइन कोर्स + प्रैक्टिकल सर्टिफिकेशन |
| बैंकिंग व सरकारी नौकरी | एग्जाम फीस: ₹1,000-2,000 | SBI, IBPS, RBI | B.Com/ग्रेजुएट | ₹5-12 लाख/वर्ष | एंट्रेंस एग्जाम (SBI PO/IBPS/SSC/UPSC) |
| Financial Analyst | ₹10,000-40,000 (कोर्स) | NSE, UpGrad, Coursera | B.Com पास | ₹3-10 लाख/वर्ष | एनालिस्ट सर्टिफिकेशन, सेक्टर स्किल्स |
| Tax Consultant | ₹10,000-40,000 (कोर्स) | ICAI, EduPristine | B.Com पास | ₹4-9 लाख/वर्ष | GST, Direct Tax कोर्स, प्रैक्टिस लाइसेंस |
| E-Commerce/Entrepreneurship | ₹10,000-1 लाख (प्रो) | Incubation Centres, Govt Schemes | B.Com + आइडिया | असीमित | MSME, Startup Schemes, DIPP रजिस्ट्रेशन |
| Computer Accounting (Tally/SAP) | ₹10,000-60,000 | Tally Academy, NIIT, Aptech | B.Com/12वीं | ₹2-6 लाख/वर्ष | सर्टिफिकेशन कोर्स + प्रैक्टिकल ट्रेनिंगyoutube |
| B.Ed (शिक्षक बनने के लिए) | ₹30,000-60,000/वर्ष | DU, JMI, BHU | ग्रेजुएट | ₹3-5 लाख/वर्ष | एंट्रेंस टेस्ट, काउंसलिंग |
बिजनेस और स्वरोजगार ऑप्शन
- ई-कॉमर्स स्टोर या कंसल्टेंसी खोलें, MSME रजिस्ट्रेशन, सरकारी योजनाओं व लोन का फायदा उठाएँ.
- Freelance Tax/Finance Consultant, Digital Marketing Consultant, या Financial Planner बनें.
- Banking/Finance सेक्टर में Competitive Exams (SBI, RBI, IBPS) देकर सरकारी नौकरी पाएं.
अन्य प्रोफेशनल सर्टिफिकेशन
- SAP-Fico, Oracle Financials, Financial Modelling (NSE, Coursera, EduPristine) जैसे कोर्स भी B.Com के बाद करें.
संस्थान और फीस
- IIM, Amity, DU, BHU, IGNOU, ICMAI, CFA Institute, ACCA Global, UpGrad, EduPristine, NIIT, Aptech, आदि संस्थानों से कोर्स किया जा सकता है.
- प्रोफेशनल कोर्स की फीस ₹10,000 से लेकर ₹6 लाख तक हो सकती है और सरकारी व निजी संस्थानों के हिसाब से फीस अलग-अलग होगी.
- ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं।
एलिजिबिलिटी व नियम
- B.Com पास होना अधिकांश कोर्सेज के लिए अनिवार्य है, कुछ में सिर्फ ग्रेजुएट/12वीं।
- प्रोफेशनल कोर्स में अक्सर अलग-अलग स्तर (Foundation, Executive, Professional) होते हैं, जैसे CMA, CA, CS, CFA, ACCA आदि.
- MBA, B.Ed, डाटा साइंस, डिजिटल मार्केटिंग जैसे कोर्स के लिए एंट्रेंस और बेसिक स्किल्स जानना जरूरी होता है।
स्किल्स व तैयारी
- कंप्यूटर स्किल्स (Excel, Tally, Accounting Software), English Communication, Market Trends और Soft Skills सीखना जरूरी है.
- इंडस्ट्री डिमांड अनुसार हमेशा टेक्निकल और कम्युनिकेशन स्किल्स अपडेट करते रहें।
निष्कर्ष:
बीकॉम के बाद CA और CS के अलावा MBA, M.Com, CMA, CFA, ACCA, CPA, Digital Marketing, Data Analytics, Tax Consultant, Entrepreneur, Banking, Computer Accounting जैसे ऑप्शन हैं जिनसे उच्च वेतन, ग्रोथ, और बिजनेस बन सकता है। प्रोफेशनल कोर्स की फीस, संस्थान, योग्यता व सोर्सेस की पूरी जानकारी ऊपर दी गई है। स्किल्स और सही दिशा के साथ करियर/बिजनेस में निश्चित सफलता मिलेगी.
इन सभी प्रोफेशनल कोर्सेज के बाद अलग-अलग सेक्टरों में अलग-अलग जॉब्स मिलती हैं, और हर नौकरी का कार्यभार/दायित्व अलग होता है। नीचे सभी प्रमुख कोर्स के अनुसार जॉब टाइटल्स और उनका कार्य (Roles & Responsibilities) दिए गए हैं.
MBA के बाद
- Product Manager: प्रोडक्ट की पूरी लाइफसाइकिल की जिम्मेदारी—मार्केटिंग, डेवलपमेंट, बिक्री व रणनीति।
- HR Manager: कंपनी के स्टाफ की भर्ती, ट्रेनिंग, पॉलिसी बनाना।
- Business Analyst: बिजनेस प्रोसेस व डाटा का एनालिसिस।
- Investment Banker: कंपनियों को निवेश, फंडरेजिंग, IPO व Merger-संबंधी सलाह देना।
- Project Manager: प्रोजेक्ट की प्लानिंग, Execution व टाइमलाइन संभालना।
- Marketing Manager/Sales Director: कंपनी की सेल्स-मार्केटिंग स्ट्रैटेजी तैयार करना व टीम लीड करना.
Data Science/Analytics के बाद
- Data Scientist: डाटा कलेक्ट, क्लीयर, एनालाइज व मशीन लर्निंग मॉडलिंग—व्यापारिक फैसलों के लिए डाटा से इनसाइट्स निकालना।
- Data Analyst: डाटा प्रोसेसिंग, क्लीनिंग, ट्रेंड्स निकालना, रिपोर्ट बनाना।
- Data Engineer: बड़े डाटा को स्टोर, प्रोसेस व मैनेज करने की पाइपलाइन्स बनाना।
- Business Intelligence Analyst: डाटा माइनिंग, रिपोर्टिंग, BI डैशबोर्ड्स बनाना.
CFA/ACCA/CPA/CMA के बाद
- Investment Banker (CFA): कंपनियों की तरफ से फंड रेज, M&A डील्स देखना।
- Portfolio Manager (CFA): निवेशकों के पैसे अलग-अलग एसेट्स में लगाना, Return बढ़ाना।
- Risk Manager (CFA): कंपनी के फाइनेंशियल रिस्क का एनालिसिस, प्लानिंग व रिडक्शन करना।
- Auditor/Internal Auditor (ACCA): कंपनी के अकाउंट्स, सिस्टम्स, रूल्स की ऑडिटिंग।
- Financial Controller/Accountant (ACCA/CMA): अकाउंटिंग टीम, रिपोर्टिंग व बजटिंग संभालना।
- Tax Consultant (ACCA): टैक्स प्लानिंग, फ़ाइलिंग व लेटेस्ट टैक्स नियमों पर सलाह देना.
Digital Marketing/Computer Accounting
- Digital Marketing Executive/Manager: सोशल मीडिया, गूगल ऐड्स, ईमेल मार्केटिंग व ब्रांड प्रमोशन।
- Tally/SAP Professional: अकाउंट्स मेन्टेनेंस, GST, Payroll मैनेजमेंट आदि.
Banking/Government Exams के बाद
- Bank PO/Clerk/Officer: बैंकिंग सर्विस, कस्टमर हैंडलिंग, अकाउंट ओपनिंग, लोन प्रोसेसिंग।
- SSC/UPSC Jobs: सरकारी प्रशासन, ब्यूरोक्रेसी, अकाउंटेंसी, ऑडिटिंग डिपार्टमेंट में पोस्टिंग।
E-Commerce/Entrepreneurship
- Business Founder/Co-Founder: खुद की कंपनी, स्टार्टअप, कंसल्टेंसी या ऑनलाइन स्टोर चलाना; स्टाफ, प्रोडक्ट, फाइनेंसिंग व मार्केटिंग सब संभालना।
Core Job Duties Table
| कोर्स | प्रमुख जॉब टाइटल | प्रमुख कार्य |
|---|---|---|
| MBA | Product/Project/HR Manager, Analyst, Consultant, Marketing Manager | बिज़नेस या टीम लीड करना, समीक्षा और रणनीति बनाना, संचालन |
| Data Science | Data Scientist/Analyst/Engineer | डाटा प्रोसेसिंग, एनालिसिस, मॉडलिंग, रिपोर्टिंग |
| CFA/ACCA/CMA | Investment Banker, Portfolio Manager, Auditor, Financial Controller, Tax Consultant | फाइनेंशियल प्लानिंग/एनालिसिस/ऑडिट/टैक्स सलूशन |
| Digital Marketing | DM Executive/Manager | सोशल मीडिया, ब्रांडिंग, प्रमोशन |
| Accounting | Accountant, Tally Operator | कम्पनी के अकाउंट्स, फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स, बुक कीपिंग |
| Banking/Govt. | PO, Officer, Inspector | बैंकिंग सर्विस, सरकारी काम |
| Entrepreneurship | Founder/Co-Founder | पूरा व्यापार वर्कफ्लो, ग्रोथ |
हर सेक्टर में, शुरुआती काम सीखने, रिपोर्ट तैयार करने, डेटा/कस्टमर से डील करने और टारगेट पूरे करने की जिम्मेदारियां रहती हैं. अनुभवी बनने पर रणनीति, टीम, बजट और लीडरशिप की भूमिका बढ़ती है।






