कातिल पत्नियों की खबरों से डरा एक युवक महाराज जी के पास पहुंचा, बोला- शादी करने से बहुत डर लग रहा है, क्या करू. महाराज जी ने समझाई यह गजब की बात
देश में इस समय कई पत्नियों द्वारा अपने अवैध संबंधों की वजह से पति ही हत्या के मामलों पर मीडिया में बहुत ख़बरें चल रही है. इन सब ख़बरों से डर कर एक युवक महाराज जी के पास पहुँच गया. उसने बोला आज पति पत्नी के बीच जो तनाव बढ़ रहा है, उससे मुझे शादी करने से डर रहा है, घर वाले शादी करवाना चाहते हैं. वंश बढ़ाना है. मैं क्या करू?
महाराज जी ने भी माना कि इस समय विवाह करना खतरे से खली नहीं है. उन्होंने युवा पीढ़ी को अपने शरीर और जीवन को पवित्र रखने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि गन्दी बातों से कोई महान नहीं बनता.
पेश है महाराज जी और युवक के बीच पूरी बातचीत.
ब्याह करना खतरे से खाली नहीं.
महाराज जी बोले –
आजकल ब्याह करना खतरे को मोल लेना है। क्योंकि बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड यह सब जो चल रहा है ना यह बहुत विषैला चल रहा है.
मान लो अब जो (युवती) दो-चार लड़कों से जो मिली हुई है वह एक पति को भगवान मानकर कैसे पूज सकती है. बड़ी समस्या है.
हाँ बहुत पवित्र लड़कियां भी है जो अपने जीवन को पवित्र रखे हैं. पर है बहुत कठिन.
युवा पवित्र आचरण विहीन हो रहे हैं तो पवित्रता की आशा कैसे हो सकती है.
युवक बोला –
घर वाले शादी करने के लिए जबरदस्ती करते हैं. कहते है वंश बढ़ाओ.
महाराज जी बोले-
हां घर में तो संतान उत्पन्न करके वंश उत्पन्न करना पड़ता है.
महाराज जी ने दिया गजब का उपाय
महाराज जी आगे बोले-
साल भर कम खाओ और शंकर जी की उपासना करो. शंकर जी को बोलो- महाराज हमें पत्नी दे दो.
भगवान शंकर की आराधना करो. देवी जी की आराधना करो. उनको बोलो- हमें कोई सुशील लड़की मिल जाए.
युवक बोला- महाराज जी होती बहुत कम है.
महाराज जी-(हँसते हुए) हां कम तो होती है पर अगर तुम्हारे भाग्य में ब्याह लिखा है तो कहीं ना कहीं वह (वधु) भी आपके लिए पाणी ग्रहण (विवाह) करने के लिए तैयार हो रही होगी.
युवक थोडा हंसा (शर्माते हुए) आसपास बैठे लोग भी हँसे.
महाराज जी फिर गंभीरता से बोले-
आपका प्रश्न बहुत गंभीर प्रश्न है. क्योंकि स्कूलों में नए-नए बच्चे जो थोड़ा पढ़ लिख गए हैं, वे भी भ्रष्ट मार्ग में जा रहे हैं.
जैसे नशा करना गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड बनाकर व्यभिचार करना. हमारे देश में यह सब बहुत गंदी बातें हो रही है.
पहले हमारे समय में तो ऐसा था ही नहीं. गन्दी भावना थी नहीं.
जब से मोबाइल चला है ना तब से गंदी भावना का बच्चों में सृजन हो गया है.
गंदी-गंदी बातें चल रही है.
अब लिविंग रिलेशन भी चल रहा है. यह हमारी भारतीय संस्कृति नहीं है. हमारे देश में तो एक बार जिससे हाथ मिला लिया आजीवन उसे निभाया जाता है.
यह भारत है यह विदेश नहीं है कि आज उसके साथ कल उसके साथ.
बहुत गंदी बातें विदेश से आई है.
पति को विश्वास नहीं पत्नी के ऊपर और पत्नी को विश्वास नहीं पति के ऊपर.
घर में रह रहे हैं एक साथ अब यह कैसा जीवन है. कैसा विश्वास होगा.
आज का समय बहुत विचित्र है. भगवान बचावे.
किसी को चरित्रवान पति मिल जाए या चरित्रवान पत्नी मिल जाए तो बड़ी कृपया समझो भगवान की.
नहीं तो आजकल देखो नए-नए बच्चे सब चरित्र विहीन हो रहे हैं,
हमें लगता है सुधार करो भाई. हमें जो सुन रहे हैं वे अपने शरीर को पवित्र रखो. अपने जीवन को महान बनाओ. यह सब गंदी बातों से तो कोई महान नहीं बनता है
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