13 साल या उससे बड़े बच्चों को वीडियो गेम खेलने देना चाहिए या नहीं? (EN)

वीडियो गेम्स के फायदे:

  • समस्या सुलझाने की क्षमता: कई रिसर्च और सर्वे बताते हैं कि वीडियो गेम्स खेलने से बच्चों की समस्या सुलझाने की क्षमता, याददाश्त और टीमवर्क में सुधार होता है। 56% किशोरों ने माना कि गेमिंग से उनकी प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स बेहतर हुई हैं, 47% ने कहा कि इससे दोस्ती बढ़ी है और 41% ने टीम में काम करना सीखा है।

  • सामाजिक जुड़ाव: ऑनलाइन गेमिंग से बच्चे दोस्तों के साथ जुड़ सकते हैं, नए दोस्त बना सकते हैं और सामाजिक कौशल सीख सकते हैं।

  • तनाव कम करना: कुछ बच्चों के लिए गेमिंग एक अच्छा ब्रेक और स्ट्रेस रिलीफ भी हो सकता है।

संभावित नुकसान और खतरे:

  • अत्यधिक गेमिंग: अगर बच्चा ज़रूरत से ज्यादा समय गेमिंग में बिताता है तो इससे पढ़ाई, नींद, सामाजिक जीवन और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।

  • नींद और ध्यान में कमी: देर रात तक गेमिंग से नींद पूरी नहीं होती, जिससे अगले दिन थकान और एकाग्रता में कमी आती है।

  • आक्रामकता और हिंसा: हिंसक गेम्स खेलने वाले बच्चों में आक्रामकता बढ़ सकती है, खासकर अगर वे पहले से ही गुस्सैल स्वभाव के हों।

  • ऑनलाइन खतरे: साइबरबुलिंग, अजनबियों से चैट, और निजी जानकारी का रिस्क रहता है।

  • गेमिंग एडिक्शन: कुछ बच्चों में गेमिंग की लत (Gaming Disorder) भी देखी गई है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार पर गहरा असर पड़ सकता है।

माता-पिता को क्या करना चाहिए?

  • समय की सीमा तय करें: विशेषज्ञों के अनुसार, 13 साल या उससे बड़े बच्चों के लिए स्कूल के दिनों में 1 घंटे और छुट्टी के दिनों में 2 घंटे तक गेमिंग की सीमा रखना बेहतर है18

  • गेम की सामग्री देखें: बच्चों को उनकी उम्र के अनुसार ही गेम खेलने दें। हिंसक या अनुचित सामग्री वाले गेम से बचाएं3813।A

  • बैलेंस बनाएं: गेमिंग के अलावा पढ़ाई, खेलकूद, परिवार के साथ समय और अन्य हॉबीज़ को भी महत्व दें।

  • खुले में बातचीत: बच्चों से गेमिंग के बारे में बात करें—वे क्या खेल रहे हैं, किसके साथ खेल रहे हैं, और गेम में क्या हो रहा है119

  • साझा जगह पर गेमिंग: बच्चों को अकेले कमरे में घंटों गेमिंग न करने दें, बल्कि साझा जगह (जैसे लिविंग रूम) में गेमिंग करवाएं ताकि आप नजर रख सकें611

  • ऑनलाइन सुरक्षा सिखाएं: बच्चों को सिखाएं कि वे अपनी निजी जानकारी शेयर न करें और किसी अजनबी से बात न करें।

निष्कर्ष

हाँ, 13 साल या उससे बड़े बच्चों को वीडियो गेम खेलने दिया जा सकता है, लेकिन सीमित समय, सही गेम चयन और माता-पिता की निगरानी के साथ।
अगर बच्चा संतुलित जीवन जी रहा है—पढ़ाई, खेलकूद, परिवार और दोस्तों के साथ समय, और पर्याप्त नींद ले रहा है—तो वीडियो गेमिंग से कई सकारात्मक लाभ मिल सकते हैं126
लेकिन अगर गेमिंग बाकी ज़रूरी गतिविधियों को प्रभावित करने लगे, या बच्चा हिंसक/असामाजिक व्यवहार दिखाने लगे, तो माता-पिता को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और सीमाएं तय करनी चाहिए

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