विजय केडिया के अनुसार लोग स्टॉक मार्केट में पैसा क्यों खोते हैं
1. शॉर्ट टर्म सोच और पैनिक सेलिंगविजय केडिया का मानना है कि अधिकतर निवेशक बुल मार्केट में मौके की तलाश करते हैं और जब बाजार गिरता है (बियर मार्केट), तो घबराकर अपने स्टॉक्स बेच देते हैं। इससे वे कंपाउंडिंग के असली फायदों को नहीं उठा पाते और लॉन्ग टर्म में बड़ा लाभ खो देते हैं2।2. दूसरों की नकल करना (Copycat Investing)केडिया बार-बार चेतावनी देते हैं कि बिना समझे किसी बड़े निवेशक या दूसरे के पोर्टफोलियो की नकल करना बहुत रिस्की है। हर व्यक्ति की जोखिम सहनशीलता और सोच अलग होती है, इसलिए अपनी रिसर्च और समझ के अनुसार ही निवेश करना चाहिए2।3. रिस्क और कैपिटल एलोकेशन की समझ की कमीवे कहते हैं कि निवेशकों को अपने जोखिम को समझना चाहिए और कभी भी एक ही स्टॉक में सारा पैसा नहीं लगाना चाहिए। सही कैपिटल एलोकेशन से जोखिम कम होता है। कई बार लोग किसी गिरते स्टॉक में बड़ा पैसा लगा देते हैं और सब कुछ खो बैठते हैं6।4. जल्दी अमीर बनने की चाहतकेडिया खुद मानते हैं कि उन्होंने ट्रेडिंग (F&O) में शुरुआत में पैसा खोया, क्योंकि वे जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में थे। बाद में समझ आया कि असली पैसा लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट से बनता है, न कि ट्रेडिंग से68।5. खुद की रिसर्च और मानसिक मजबूती की कमीउनका कहना है कि निवेशक बिना रिसर्च के, केवल दूसरों की सलाह पर पैसा लगाते हैं और जब बाजार में उतार-चढ़ाव आता है, तो घबरा जाते हैं। मानसिक मजबूती और धैर्य जरूरी है2।
“अपने आप को जानना (KYS) केवाईसी (Know Your Customer) से भी ज्यादा अहम है। निवेशकों को अपने जोखिम सहनशक्ति और मानसिक मजबूती को समझकर ही निवेश करनाचाहिए।2
संक्षिप्त निष्कर्ष
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शॉर्ट टर्म सोच और पैनिक सेलिंग
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दूसरों की नकल करना
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रिस्क और कैपिटल एलोकेशन की समझ की कमी
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जल्दी अमीर बनने की चाहत
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खुद की रिसर्च और मानसिक मजबूती की कमी
विजय केडिया की सलाह:लॉन्ग टर्म सोचें, खुद की रिसर्च करें, रिस्क समझें, और दूसरों की नकल से बचें—तभी स्टॉक मार्केट में पैसा कमाया जा सकता है, नहीं तो खोने की संभावना ज्यादा है