Kaise Chale

''कैसे चले'' वेबसाइट एक यात्रा है, जिसमें हम कोशिश करेंगे

  • कैसे हमें प्रभु श्री कृष्ण और श्रीजी मिले ?
  • कैसे हम दूसरो के निंदा या गाली देने पर भी शांत रहे ?
  • कैसे हम अपनी इन्द्रियों पर काबू रखे ?
  • कैसे बहृमचर्य सुरक्षित रहे ?
  • कैसे सात्विक आहार पाए ?
  • कैसे अतिरिक्त आय कमाए और आर्थिक स्वंतंत्र बने ?
  • कैसे संपन्न रहे और धरम से चले.
  • कैसे काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर पर जीत हासिल करे?

RADHE RADHE

मैं श्रीजी का हूँ.. श्रीजी मेरी है.

मैं अमर उजाला, नई दुनिया और राजस्थान पत्रिका जैसे कई अखबारों में पत्रकार रह चूका हूँ. मैं बहुत करीब से मीडिया की खबरों के बनने की पूरी प्रोसेस को देख चूका हूँ. उसके बाद मैंने शेयर बाजार को लेकर अपनी स्टडी की. मैं अध्यात्म से भी जुड़ा. मैं बहुत सौभाग्यशाली हूँ कि मुझे वृन्दावन के राधा केलि कुंज के महान संत महाराज जी के सत्संग का अवसर मिल रहा है.
I have been a journalist in many newspapers like Amar Ujala, Nai Duniya and Rajasthan Patrika. I have seen the whole process of making media news very closely. After that I did my study regarding the stock market. I also got involved in spirituality. I am very fortunate that I am getting the opportunity to attend the satsang of the great saint Maharaj ji of Radha Keli Kunj of Vrindavan.

Frequently
Asked Questions

सत्संग, नाम-स्मरण, भक्ति-भाव और सेवा से। रोज़ थोड़ा समय ध्यान और जप के लिए रखें। मन को शुद्ध रखकर प्रेम से प्रभु को पुकारें, वे अवश्य मिलेंगे।

समझें कि गाली हमें नहीं, उनके अपने क्रोध और अज्ञान को दर्शाती है। सहनशीलता और धैर्य से चुप रहना ही सबसे बड़ी विजय है।

अभ्यास (साधना) और संयम से। भोजन, बोल, दृष्टि, और समय का सही प्रयोग करें। सत्संग और ध्यान से इन्द्रियों को नियंत्रित किया जा सकता है।

सात्विक संगति, सात्विक आहार और सतत आत्म-चिंतन से। व्यर्थ की उत्तेजक सामग्री से दूर रहें और मन को सदैव उच्च विचारों में लगाएँ।

अपने कौशल को निखारें, नई चीज़ें सीखें, ईमानदारी और परिश्रम से काम करें। डिजिटल साधनों और व्यवसायिक अवसरों का सदुपयोग करें।

गीता के उपदेश, सत्संग, ध्यान और प्रभु-भक्ति से। धीरे-धीरे मन को साधें, आत्म-ज्ञान प्राप्त करें और अहंकार त्यागें।