योग बनाम जिम, एरोबिक्स, जुम्बा: क्या योग पीछे छूट रहा है? शोध और विशेषज्ञ विश्लेषण

"2025 में योग बनाम पश्चिमी वर्कआउट्स: वैश्विक आँकड़े, भारत में रुझान और विशेषज्ञ विश्लेषण से जानें कि योग पीछे नहीं, बल्कि नए रूपों में आगे बढ़ रहा है।"

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6/20/20251 मिनट पढ़ें

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर, भारत में फिटनेस के बदलते परिदृश्य पर शोध और विशेषज्ञ विश्लेषण दर्शाते हैं कि योग और पश्चिमी वर्कआउट (जिम, एरोबिक्स, ज़ुम्बा) दोनों की लोकप्रियता बढ़ रही है। सर्वेक्षणों के अनुसार, 35% भारतीय युवा योग को प्राथमिकता देते हैं, जबकि जिम और डांस-आधारित वर्कआउट्स में 30-40% भागीदारी देखी गई है317। विशेषज्ञों जैसे हिमालयन सिद्धा अक्षर (योग गुरु) और डॉ. जेसिका रूट (कार्डियोवैस्कुलर विशेषज्ञ) का मानना है कि योग का समग्र स्वास्थ्य लाभ और तनाव प्रबंधन इसे विशिष्ट बनाता है, जबकि ज़ुम्बा जैसे वर्कआउट कैलोरी बर्न और सामाजिक जुड़ाव को बढ़ावा देते हैं।

शोध और सर्वेक्षण के प्रमुख निष्कर्ष

  • युवाओं में प्राथमिकता: एसोचैम सर्वे (2025) के अनुसार, कॉर्पोरेट सेक्टर में 35% युवा योग को चुनते हैं, जबकि 30% जिम और 20% ज़ुम्बा/डांस वर्कआउट को तरजीह देते हैं।

  • आयु वर्ग विश्लेषण: 45+ आयु वर्ग में योग की भागीदारी 40% तक पहुँचती है, जबकि 18-30 वर्ष के युवा ज़ुम्बा (35%) और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग (58%) को अधिक अपनाते हैं।

  • महिलाओं की प्रवृत्ति: 85% महिलाएँ वजन घटाने के लिए एरोबिक्स और 81% ज़ुम्बा क्लासेस ज्वाइन करती हैं, जबकि योग उनमें मानसिक स्वास्थ्य के कारण लोकप्रिय है।

विशेषज्ञों के दृष्टिकोण

हिमालयन सिद्धा अक्षर (योग गुरु और अक्षर योग केंद्र संस्थापक) के अनुसार:

"योग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को संतुलित करता है, जबकि जिम केवल बाहरी रूप पर केंद्रित है। अष्टांग योग जैसी पद्धतियाँ तनाव कम करने में विशेष रूप से प्रभावी हैं"।

डॉ. जेसिका रूट (UPMC पिन्नाकल कार्डियोवैस्कुलर इंस्टीट्यूट) का तर्क:

"ज़ुम्बा जैसे एरोबिक वर्कआउट हृदय स्वास्थ्य, कैलोरी बर्न और सहनशक्ति बढ़ाने में उत्कृष्ट हैं, लेकिन योग रक्तचाप और कोर्टिसोल स्तर को नियंत्रित करने में अधिक प्रभावी है"।

स्वास्थ्य लाभों की तुलना

  • तनाव प्रबंधन: योग अभ्यास करने वालों में तनाव 86% तक कम होता है, जबकि ज़ुम्बा समूह में यह 60-70% देखा गया।

  • शारीरिक लाभ: ज़ुम्बा हड्डियों के घनत्व और सहनशक्ति में सुधार करता है, जबकि योग लचीलेपन और जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।

  • रक्तचाप नियंत्रण: योग, ज़ुम्बा और एरोबिक्स तीनों ही उच्च रक्तचाप को कम करते हैं, लेकिन योग का प्रभाव दीर्घकालिक रूप से अधिक स्थायी पाया गया।

भविष्य के रुझान और निष्कर्ष

फिटनेस उद्योग के आँकड़े बताते हैं कि भारत में योग बाज़ार 2025 तक 81.7 बिलियन डॉलर तक पहुँचेगा, जो 2035 तक 155.2 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है14। हालाँकि, ज़ुम्बा और एरोबिक्स की माँग भी निरंतर बढ़ रही है, विशेषकर शहरी युवाओं में। निष्कर्षतः, योग "पीछे" नहीं छूट रहा, बल्कि भारतीय फिटनेस संस्कृति में यह पश्चिमी वर्कआउट के साथ सह-अस्तित्व बना रहा है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के रिकॉर्ड 50,000+ संगठनों की भागीदारी इसका प्रमाण है।

2025 में युवाओं के बीच योगा सबसे लोकप्रिय वर्कआउट है या नहीं, इस सवाल का जवाब पूरी तरह “हां” या “नहीं” में देना संभव नहीं है, लेकिन उपलब्ध प्रमाणों और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय रुझानों के आधार पर हम इसका विश्लेषण कर सकते हैं।

योगा की लोकप्रियता: युवाओं में बढ़ती भागीदारी

2025 में भारत समेत दुनिया भर में योगा की लोकप्रियता ऐतिहासिक स्तर पर है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के आयोजन में भारत के साथ-साथ दुनिया के कई देशों में लाखों युवा सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद “मन की बात” कार्यक्रम में कहा कि आज बड़ी संख्या में युवा योग और आयुर्वेद को स्वास्थ्य के बेहतरीन माध्यम के रूप में अपना रहे हैं।

विशेष रूप से “योग अनप्लग्ड” जैसे कार्यक्रम और डिजिटल योगा क्लासेज़, सोशल मीडिया अभियान, स्कूल-कॉलेजों में योग सत्र—इन सबने युवाओं को आकर्षित किया है। 2025 में विशाखापत्तनम में आयोजित होने वाले योग दिवस में 2.5 लाख से अधिक लोगों के एक साथ योग करने की तैयारी है, जिसमें युवाओं की भागीदारी सबसे अधिक रहने की उम्मीद है।

क्या योग सबसे लोकप्रिय वर्कआउट है?

  • योग दिवस के विशाल आयोजन और 1 लाख से अधिक स्थानों पर सामूहिक योग प्रदर्शन इस बात का संकेत हैं कि योगा का क्रेज़ युवाओं में जबरदस्त है।

  • प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि “बड़ी संख्या में युवा योग और आयुर्वेद को स्वास्थ्य के बेहतरीन माध्यम के रूप में अपना रहे हैं”।

  • स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, स्टार्टअप्स और कॉरपोरेट सेक्टर में योग दिवस पर विशेष सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे युवाओं की भागीदारी और बढ़ गई है।

क्या योगा जिम, एरोबिक्स या अन्य वर्कआउट से आगे है?

योगा की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है, लेकिन जिम, एरोबिक्स, जुम्बा जैसे वेस्टर्न वर्कआउट्स भी युवाओं में ट्रेंडिंग हैं। कई युवा बॉडी बिल्डिंग, कार्डियो या डांस बेस्ड फिटनेस के लिए जिम या जुम्बा चुनते हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और सरकार की पहल के कारण योगा की स्वीकार्यता और भागीदारी में बड़ा उछाल आया है।

विशेषज्ञों और सरकार की राय

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: “आज हमारे योग और पारंपरिक चिकित्सा पद्धति को लेकर पूरी दुनिया में जिज्ञासा बढ़ रही है। बड़ी संख्या में युवा योग और आयुर्वेद को स्वास्थ्य के एक बेहतरीन माध्यम के रूप में अपना रहे हैं।”

  • आयुष मंत्रालय और मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान: 2025 में 1 लाख से अधिक स्थानों पर सामूहिक योग आयोजन, जिसमें युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

निष्कर्ष

2025 में योगा युवाओं के बीच सबसे लोकप्रिय वर्कआउट्स में से एक है। सरकारी और सामाजिक स्तर पर योग को प्रमोट करने के लिए चलाए जा रहे अभियानों, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के भव्य आयोजनों, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर योगा की उपलब्धता और युवाओं के बढ़ते स्वास्थ्य जागरूकता के कारण योगा की लोकप्रियता अभूतपूर्व है। हालांकि, जिम, एरोबिक्स, जुम्बा जैसे वेस्टर्न वर्कआउट्स भी युवाओं में अपनी जगह बनाए हुए हैं।

अर्थात्, योगा 2025 में युवाओं के लिए सबसे लोकप्रिय वर्कआउट्स की सूची में शीर्ष पर है, और इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, लेकिन यह कहना कि यह एकमात्र सबसे लोकप्रिय वर्कआउट है, पूरी तरह सटीक नहीं होगा।