भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने घोषणा की है कि 25 अक्टूबर 2025 को उसके डिजिटल बैंकिंग प्लेटफॉर्म पर निर्धारित मेंटेनेंस गतिविधि के कारण कुछ सेवाएं अस्थायी रूप से बंद रहेंगी। बैंक ने बताया कि UPI, IMPS, YONO, इंटरनेट बैंकिंग, NEFT और RTGS जैसी सेवाएं 1:10 AM से 2:10 AM तक (कुल 60 मिनट) उपलब्ध नहीं होंगी। इस अवधि के बाद सभी सेवाएं पुनः शुरू हो जाएंगी। बैंक ने ग्राहकों को सलाह दी है कि इस दौरान वे एटीएम और UPI Lite सेवाओं का उपयोग करें।
SBI की मेंटेनेंस गतिविधि
SBI ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया कि यह शटडाउन एक निर्धारित रखरखाव का हिस्सा है, जो बैंक की तकनीकी स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। पहले यह कार्य 24 अक्टूबर 2025 को आधी रात 12:15 से 1:00 बजे के बीच होना था, लेकिन इसे एक दिन बाद के लिए स्थगित कर दिया गया। बैंक ने लिखा, “मेंटेनेंस गतिविधि के दौरान हमारी सेवाएं अस्थायी रूप से उपलब्ध नहीं होंगी। हमें खेद है और आपके धैर्य के लिए धन्यवाद।”
किन सेवाओं पर असर पड़ेगा
इस एक घंटे की अवधि में जो प्रमुख सेवाएं प्रभावित होंगी, उनमें शामिल हैं:
- UPI (Unified Payments Interface)
- IMPS (Immediate Payment Service)
- YONO (You Only Need One)
- NEFT (National Electronic Funds Transfer)
- RTGS (Real-Time Gross Settlement)
- Internet Banking
SBI ने बताया कि ग्राहक एटीएम या UPI Lite के जरिये बिना किसी दिक्कत के छोटे लेनदेन जारी रख सकते हैं।
SBI UPI Lite: सुविधाएं और सीमाएं
UPI Lite एक हल्का भुगतान विकल्प है जो छोटे मूल्य के भुगतान (₹1,000 से कम) को तेज़ और पिन रहित तरीके से पूरा करने के लिए बनाया गया है। इसका उद्देश्य UPI नेटवर्क पर बढ़ते ट्रैफिक को कम करना और सहज भुगतान अनुभव प्रदान करना है।
UPI Lite की मुख्य विशेषताएं
- ट्रांजेक्शन सीमा: प्रति लेनदेन ₹1,000 तक।
- दैनिक सीमा: ₹10,000 तक।
- अधिकतम बैलेंस: किसी भी समय खाते में अधिकतम ₹5,000 तक।
- PIN रहित भुगतान: BHIM SBI Pay ऐप से भुगतान के लिए UPI PIN की आवश्यकता नहीं।
- बैंक स्टेटमेंट: UPI Lite के भुगतान बैंक स्टेटमेंट में नहीं दिखते; केवल वॉलेट लोड राशि दिखाई देती है।
UPI Lite को कैसे सक्रिय करें
- BHIM SBI Pay ऐप खोलें।
- UPI Lite सेक्शन पर जाएं।
- फंड लोड करें – ऐप खाते से राशि ट्रांसफर कर देगा।
- एक बार सफल लोड होने के बाद, UPI Lite सक्रिय हो जाएगा।
इसके सक्षम होने पर राशि ग्राहक के LITE वॉलेट में रहती है और इसका उपयोग त्वरित भुगतान के लिए किया जा सकता है। ग्राहकों को इसे सक्षम करने के लिए स्पष्ट सहमति और UPI PIN द्वारा प्राधिकरण देना होता है।
‘ट्रांसफर आउट’ सुविधा
यदि आप अपने UPI Lite वॉलेट से राशि वापस निकालना चाहते हैं, तो ‘Transfer Out’ फीचर द्वारा ऐसा संभव है, बिना वॉलेट को निष्क्रिय किए। इससे फंड सीधे आपके बैंक खाते में लौट आते हैं।
एक ही बैंक खाते से कई UPI Lite वॉलेट
NPCI के अनुसार, एक बैंक खाता कई UPI ऐप्स पर कई वॉलेट से जोड़ा जा सकता है, लेकिन एक समय में सिर्फ एक सक्रिय वॉलेट (प्रति ऐप) संभव है। यानी, कोई उपयोगकर्ता PhonePe, Paytm जैसे अन्य ऐप्स पर अपने SBI खाते के साथ अलग-अलग UPI Lite वॉलेट बना सकता है।
UPI Lite का महत्व
भारत में डिजिटल लेनदेन की संख्या प्रतिदिन करोड़ों में है, और उनमें से अधिकतर ₹1,000 से कम मूल्य के होते हैं। ऐसे में UPI Lite एक तेज़, सुरक्षित और स्थायी समाधान के रूप में सामने आता है। यह ऑनलाइन सर्वर पर निर्भर नहीं रहता, जिससे विफलता की संभावना बेहद कम होती है।
RBI और NPCI दोनों मानते हैं कि यह तकनीक “लाइट पेमेंट इकोसिस्टम” की दिशा में बड़ा कदम है।
ग्राहकों के लिए क्या करें और क्या न करें
करें:
- मेंटेनेंस अवधि से पहले यदि कोई बड़ा ट्रांसफर करना हो तो पहले ही पूरा करें।
- छोटे भुगतान के लिए UPI Lite या ATM का उपयोग करें।
- BHIM SBI Pay या YONO ऐप में अपडेट बनाए रखें।
न करें:
- 1:10 AM से 2:10 AM के बीच NEFT या RTGS ट्रांजेक्शन शुरू न करें।
- ऑनलाइन लेनदेन पर निर्भर व्यवसायों को इस घंटे के दौरान भुगतान शेड्यूल न करने की सलाह दी गई है।
तकनीकी मेंटेनेंस क्यों जरूरी है
SBI जैसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक नियमित रूप से अपने सर्वर और सुरक्षा प्रणाली को अपडेट करते हैं। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि बैंक की सेवाएं:
- डेटा उल्लंघन से सुरक्षित रहें,
- सर्वर ओवरलोड से बचें,
- ट्रांजेक्शन की गति और सटीकता में सुधार हो।
मेंटेनेंस गतिविधि के परिणामस्वरूप लेनदेन गति और ऐप प्रदर्शन में वृद्धि होती है।
निष्कर्ष
25 अक्टूबर 2025 को SBI अपनी डिजिटल सेवाओं पर 60 मिनट का तकनीकी रखरखाव करेगा। इस दौरान UPI, IMPS, YONO, NEFT, RTGS और इंटरनेट बैंकिंग सेवाएं अनुपलब्ध रहेंगी। ग्राहकों से अनुरोध है कि वे एटीएम और UPI Lite का उपयोग जारी रखें। SBI ने यह कदम अपनी डिजिटल प्रणाली को और अधिक मजबूत और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से उठाया है।






