Business Standard के लेख “Tackling festive debt hangover: Repay high-rate loans on priority” के आधार पर हिंदी लेख:
त्यौहारी कर्ज के हैंगओवर से निपटना: उच्च दर वाले ऋणों को प्राथमिकता दें
त्योहारी सीजन आते ही हमारे घरों में खुशी और उल्लास का माहौल बन जाता है। यही समय है जब परिवार, रिश्तेदार और दोस्त मिलते हैं, साथ में उत्सव का आनंद लेते हैं, और खूब खर्च करते हैं। बड़े शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक, हर कोई नई चीज़ें खरीदने, घूमने, शानदार भोजन करने, और महंगे गिफ्ट देने के लिए आर्थिक योजना बना लेता है। लेकिन इस रौनक के पीछे एक ऐसा सच छुपा रहता है, जिससे अधिकांश लोग अनजान रहते हैं: त्योहारों के बाद अक्सर ‘कर्ज का हैंगओवर’ हो जाता है।
त्योहारी खर्च क्यों बढ़ता है?
त्योहारों के दौरान सामाजिक मेलजोल बढ़ता है। लोग कपड़ों, गिफ्ट्स, पार्टीज़ आदि पर ज्यादा खर्च करते हैं, ताकि सामाजिक स्तर बनाए रख सकें। परिवार और रिश्तेदारी की अपेक्षाएँ भी खर्च बढ़ाने में एक बड़ी भूमिका निभाती हैं। ज़्यादातर लोग फेस्टिव छुट्टियों में बोनस या अतिरिक्त इनकम मिलने पर भी अधिक खर्च करते हैं।
रियायती ऑफर, फ्री ईएमआई, और BNPL (बाय नाउ पेज लेटर) जैसी स्कीमें खर्च को और आसान बनाती हैं। मार्केटिंग कंपनियाँ आकर्षक विज्ञापन दिखाकर FOMO (फीयर ऑफ मिसिंग आउट) की भावना जगाती हैं। होटल और एयरलाइन के चार्ज त्योहारों के दौरान पीक पर होते हैं।
इस साल सोना-चांदी के बढ़ते रेट ने गहनों को निवेश का भ्रम पैदा किया—जबकि वास्तव में ये खर्च ही हैं।
कर्ज की शुरुआत के संकेत
त्योहारों के दौरान खर्च बढ़ जाना सामान्य है, लेकिन जब खर्च क्रेडिट या सेविंग्स से पूरी करनी पड़े, तो यह खतरे की घंटी है। अगर क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल 30% से ज़्यादा होने लगे, तो समझिए आप ओवरस्पेंड करने लगे हैं। बार-बार कैश-फ्लो की कमी आना, और घर में जमा की गई चीज़ों का इस्तेमाल ना होना, ये भी इशारा करते हैं कि खर्च नियंत्रण से बाहर हो रहा है।
वापसी की योजना कैसे बनाएं?
- सबसे पहले अपनी आय, व्यय, और वार्षिक कैश फ्लो की समीक्षा करें।
- असंवेदनशील खर्च रोकें, जैसे कि पार्टी, घूमना-फिरना, और ई-कॉमर्स पर शॉपिंग।
- जितना जल्दी हो सके, सभी उच्च ब्याज दर वाले कर्ज चुकाएं—सबसे पहले क्रेडिट कार्ड।
- क्रेडिट कार्ड बैलेंस को रोल-ऑवर ना करें, क्योंकि इसका चार्ज काफी अधिक होता है।
- अगर एक साथ चुकता करना संभव ना हो तो बकाया रकम को पर्सनल लोन में बदलें—जिसमें ब्याज दर कम है।
- बाकि के कर्ज जैसे पर्सनल लोन, कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन को उनकी लागत के मुताबिक चुकाएं। ईएमआई में डिफॉल्ट ना करें, इससे क्रेडिट स्कोर बिगड़ सकता है।
सुरक्षित कर्ज से महंगे कर्ज को बदलें
- यदि विभिन्न उच्च ब्याज दर वाले कर्ज हैं, तो एफडी, इंश्योरेंस या गोल्ड के खिलाफ ओवरड्राफ्ट या लोन लें।
- गोल्ड लोन की दरें कम होती हैं और इन्हें पहले ही चुकाया जा सकता है।
- होम टॉप-अप लोन से भी खर्च कम किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए पहले से होम लोन और अच्छा क्रेडिट स्कोर होना चाहिए।
- मौजूदा हाई रेट पर सोना बेचकर या फिक्स्ड डिपॉजिट तोड़कर कर्ज निपटा सकते हैं।
गलतियां जो नहीं करनी चाहिए
सबसे बड़ी गलती है ‘इनकार’—ये मानना कि कर्ज खुद ब खुद खत्म हो जाएगा। क्रेडिट कार्ड पर न्यूनतम पेमेंट (5%) देने से समस्या छुप जाती है, लेकिन असल में कर्ज बढ़ता जाता है। कार्ड पेमेंट टालना, और बाकी बिल्स चुकाने की सोच, आपके ऊपर एक बड़ा कर्ज बोझ खड़ा कर सकती है।
बहुत से लोग नुकसान पूरा करने के लिए शेयर या फॉरेक्स में स्पेकुलेटिव ट्रेडिंग शुरू कर देते हैं, जिससे कर्ज और बढ़ता है। महंगे सोर्स से उधारी लेना सबसे खतरनाक है।
भविष्य के लिए योजना
- डिस्क्रिशनरी खर्चों के लिए ‘जॉय बजट’ बनाएं।
- परिवार को घर के फाइनेंस की सही जानकारी दें।
- त्योहारी खर्च की योजना अगस्त से ही बनाएं, फिक्स बजट तय करें।
- बड़ी खरीदारी के लिए ईएमआई पहले से प्लान करें, नॉ-कॉस्ट ईएमआई चुनें।
- सेविंग्स ना घटाएँ ताकि डिस्क्रिशनरी खर्च बढ़ सके।
निष्कर्ष
त्योहारी सीजन का आनंद लें, लेकिन अपने खर्च और कर्ज पर नियंत्रण रखना जरूरी है। सही योजना, अनुशासन और प्राथमिकता के साथ कर्ज चुकाएं। इन बातों का ध्यान रखकर आप त्योहारों के बाद भी आर्थिक रूप से संतुलित रह सकते हैं।
विस्तार से चर्चा के लिए मुख्य बिंदु:
- क्यों लोग त्योहारों में अधिक खर्च करते हैं?
- कर्ज बढ़ जाने के शुरुआती संकेत क्या हैं?
- खर्च नियंत्रित करने के लिए पैसों की योजना कैसी हो?
- कौन सा कर्ज सबसे पहले चुकाना चाहिए?
- किस तरह सुरक्षित कर्ज से महंगे कर्ज को खत्म करें?
- सबसे आम गलतियां क्या हैं जो लोग कर्ज निपटाते समय करते हैं?
- भविष्य के लिए किस तरह की आर्थिक योजना बनाएं?
एक मजबूत वित्तीय व्यवस्था बनाए रखने के लिए त्योहारी कर्ज की गंभीरता को समझें, और इस लेख के सुझावों को अपनाकर अपने भविष्य को सुरक्षित करें।






