पहलगाम आतंकी हमला- आतंकवादियों को समाप्त कर दो, पुण्य की प्राप्त होगी – महाराज जी
आतंकवादियों के दिमाग का जो चिंतन है वह दूसरों को की हिंसा करना और दूसरों को परास्त करना है. अब इन राक्षसों की बुद्धि में क्या दिखाई देता है, स्टेशन में घुस गए तो हजारों को मार के गिरा दिया, होटल में घुस गए.
कोई बेचारा सब्जी लेने जा रहा है, बेचारा अपने काम को जा रहा है, उसने स्कूटी खड़ी करी, इन्होने उसमें बम लगा दिया.
निर्दोष प्राणियों की हत्या करना इनके दिमाग में है. ये इतने बड़े-बड़े भयंकर अपराध कर जाते. हैं छोटे-छोटे बच्चे बच्चियों स्त्री सब सैकड़ो को मार दिया. जब ताज होटल पर हुआ था तो हम भिक्षा लेने जाते थे तो हमने टीवी में देखा था. हाहाकार मचा हुआ था तो ऐसे लोगों को नहीं छोड़ना चाहिए. प्राण दंड ही इनकी पूजा है. भगवान ने भी कहा है आताताई का वध कर देने से ही निश्चित उसे पुण्य की प्राप्त होती है. अधर्मी राजाओ ने जब हिंसा की तो भगवान परशुराम जी ने काट काट के ढेर लगा दिया और वह ऋषि थे. काट काट के ढेर लगा दिया. भगवान राम जी ने कितने राक्षसों को मारा, आतंकवादियों को मारना धर्म का कार्य है. इसमें चिंता की बात नहीं है.
दरसल सेना के एक जवान ने पूछा था कि उसने कई आतंकवादियों को मारा है, तो क्या उसे पाप तो नहीं लगेगा. पहलगाम आतंकी हमले की इस दुःख की घड़ी में हमने महाराज जी के इन शब्दों को पेश किया है.