आज की वित्तीय दुनिया में हर कोई करोड़पति बनने का सपना देखता है। क्या वास्तव में 50,000 रुपए की मासिक SIP (Systematic Investment Plan) के माध्यम से कोई आम भारतीय करोड़पति बन सकता है? इस सवाल का जवाब वित्त विशेषज्ञ और खुद 10 करोड़+ नेटवर्थ हासिल कर चुके कीर्तन शाह ने हाल ही पॉडकास्ट में बड़े विस्तार से दिया।
कीर्तन शाह का सफर: संघर्ष, सीख और निवेश की कला
कीर्तन शाह, जो आज भारत के प्रतिष्ठित फाइनेंस एजुकेटर, Credence Wealth और FPA Edutech के संस्थापक एवं सीईओ हैं, उनका शुरुआती सफर बिल्कुल आम मध्यमवर्गीय भारतीय की तरह रहा। उन्होंने खुद बताया कि उनके परिवार, उनके आसपास के लोगों, और खुद की गलती से 2014 में वे लगभग दिवालिया हो गए थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी सीख तथा निवेश को सरल रखते हुए आगे बढ़े।
संपत्ति क्या है और नेटवर्थ की सही परिभाषा
कीर्तन मानते हैं कि घर या गाड़ी को असली संपत्ति या नेटवर्थ नहीं मानना चाहिए। उनके अनुसार, असली नेटवर्थ ‘लिक्विड इन्वेस्टमेंट्स’ हैं – जो कभी भी निकाली जा सकती हैं। उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभव से बताया कि उनकी संपत्तियों में ₹10 करोड़ से भी ज्यादा की राशि है, जो उन्होंने पूरी तरह निवेश योग्य संपत्तियों में लगाई है।
निवेश के मूल मंत्र: ‘जितना आसान रखो, उतना अच्छा’
कीर्तन साहब के अनुसार, निवेश की दुनिया में दो जरूरी बातों को समझना जरूरत है:
- डायरेक्ट स्टॉक्स से दूर रहना: कीर्तन ने बताया कि सालों पहले उन्होंने डायरेक्ट स्टॉक्स एवं F&O (Futures & Options) में इन्वेस्ट करके भारी नुकसान झेला। उन्होंने महसूस किया कि किसी को मार्केट टाइमिंग की कला या भविष्य के रिटर्न्स का अंदाजा नही होता।
- SIP व सरल म्यूच्युअल फंड्स: वे आज अपनी 95% निवेश राशि केवल सिंपल म्यूच्युअल फंड्स में डालते हैं। उनका मानना है कि हर महीने नियमित रूप से निवेश करने और समय के साथ निवेश राशि बढ़ाने से कंपाउंडिंग का पूरा फायदा मिलता है।
कितना पैसा निवेश करें?
कीर्तन की पूरी कोशिश होती है कि वो अपनी कुल वार्षिक आय का 70% निवेश कर दें। इसके लिए वे हर माह SIP करते हैं। यदि महीने/क्वार्टर के अंत में या साल के बाद कुछ राशि बच जाती है, तो वह भी उन्हीं 4–5 म्यूच्युअल फंड्स में निवेश कर देते हैं।
सही संपत्ति आवंटन (Asset Allocation): कैसा हो पोर्टफोलियो?
200+ सालों के डेटासेट्स के आधार पर कीर्तन का सुझाव है:
- 33% राशि लार्ज कैप फंड्स में
- 33% मिड कैप फंड्स में
- 33% स्मॉल कैप फंड्स में
इससे जोखिम और रिटर्न दोनों का सही संतुलन मिलता है। इससे पोर्टफोलियो में मिडकैप जितना रिटर्न, और लार्जकैप जितना जोखिम रहता है।
नौकरी, इनकम और निवेश: कैसे बढ़ाएं संपत्ति?
कीर्तन ने अपने पर्सनल सफर के दौरान इस बात पर बहुत जोर दिया कि ‘इनकम बढ़ाना निवेश से भी ज्यादा जरूरी है’। सिर्फ निवेश करने से अमीर नहीं बना जा सकता, इनकम बढ़ाने का लक्ष्य साथ रखना चाहिए।
युवाओं के लिए सलाह
अगर आपकी उम्र 25 साल है और सैलरी 50–60 हजार रुपए है, तो:
- सबसे पहले 8–10 महीनों का खर्च किसी FD, सेविंग अकाउंट या लिक्विड फंड में रखो (इमरजेंसी फंड)
- दूसरा स्टेप है कि हेल्थ इंश्योरेंस जरूर लो
- बाकी के पैसे – कोशिश करो 70% तक इन्वेस्ट कर सको।
कीर्तन साफ कहते हैं, हर महीने खर्चा भी जरूरी है, लेकिन निवेश को प्राथमिकता दो।
FIRE: जल्दी रिटायरमेंट क्या वास्तव में संभव है?
कीर्तन शाह के अनुसार ‘FIRE’ (Financial Independence, Retire Early) सिर्फ इंटरनेट इन्फ्लुएंसर्स के लिए नहीं बल्कि आम व्यक्ति के लिए काफी मुश्किल है। क्योंकि हर कोई अपनी आय का बड़ा हिस्सा बचत में नहीं जोड़ सकता।
सैलरी 1 लाख है, तो कोशिश करें:
- 30000 या उससे कम EMI रहे (लोन आदि)
- 30000 तक ही मासिक खर्च करें
- 40000 तक निवेश करने की कोशिश करें
यथार्थ ये है कि बहुत कम लोग ये कर पाते हैं।
रिटायरमेंट के बाद की वास्तविकता
कीर्तन बताते हैं – ज्यादातर लोग रिटायरमेंट के बाद ऐसी स्थिति में आ जाते हैं जहां फुर्सत के समय का उपयोग नहीं कर पाते, जिससे जीवन में उदासी या बोरियत आ सकती है। इसलिए रिटायरमेंट प्लानिंग में ‘पर्सनल उद्देश्य’, लाइफस्टाइल और शौक भी शामिल करें।
रियलस्टेट: निवेश या सिर्फ़ रहने के लिए?
कीर्तन कहते हैं, घर खरीदना जरूरी है लेकिन इन्वेस्टमेंट के तौर पर रियल एस्टेट अमूमन ठीक विकल्प नहीं। RBI के आंकड़ों के अनुसार पिछले 10 सालों में रियलस्टेट ग्रोथ मात्र 4% रही है, और रेंटल यील्ड सिर्फ 2–3%। इसके अलावा:
- रियलस्टेट में लिक्विडिटी नहीं है (जल्दी बेच नहीं सकते)
- अलग-अलग टैक्स नियमों के कारण एक vicious circle बन जाता है
उनका सुझाव: ऐसा घर जब खरीदो जब आप 40–50% डाउन पेमेंट आसानी से जमा कर सको, और बाकी का खुद या फंड्स के माध्यम से निवेश करो।
क्रेडिट और EMI: सावधानी जरूरी है
‘नो-कॉस्ट EMI’, लांग टेन्योर वाले लोन, आदि जीवन के इन खर्चों को अंधाधुंध बढ़ा सकते हैं। कीर्तन कहते हैं:
- ‘Spend less than you earn’ – जितनी इनकम हो उससे कम खर्च करो, बाकी इन्वेस्ट करो।
- ज्यादा EMI व क्रेडिट लेने से बचना चाहिए क्योंकि इससे फाइनेंशियल हेल्थ बिगड़ सकती है।
SIP और कंपाउंडिंग: करोड़पति बनने का रास्ता
कीर्तन के मुताबिक, SIP ही सबसे आसान तरीका है करोड़पति बनने का। उदाहरण के तौर पर:
- ₹25,000 की SIP:
14 साल में 1 करोड़
5 साल में 2 करोड़
3 साल में 3 करोड़
2 साल में 4 करोड़
1 साल 10 महीने में 5 करोड़
यह कंपाउंडिंग का कमाल है — पहले करोड़ के बाद अगला करोड़ कम समय में आता है।
बजटिंग और सलाना निवेश बढ़ाना
उन्होंने सलाह दी — हर साल अपनी SIP राशि बढ़ाएं ताकि लाइफस्टाइल मेंटेन करने के लिए भविष्य का फंड पर्याप्त रहे।
निष्कर्ष: करोड़पति बनने का सही तरीका
कीर्तन शाह के अनुभव से हमें ये सीख मिलती है:
- इनकम बढ़ाना जरूरी है
- रियलस्टेट सिर्फ़ रहने के लिए अच्छे है, निवेश के लिए नहीं
- क्रेडिट व EMI से सावधानी रखें
- हर महीने नियमित निवेश/ SIP करें और साल-दर-साल बढ़ाएं
- इक्विटी और म्यूच्युअल फंड्स में विवेकपूर्ण निवेश करें
- इमरजेंसी फंड व मेडिकल इंश्योरेंस जरूर रखें
- निजी लक्ष्यों, शौक, और जीवनशैली का ध्यान रखें – सिर्फ अमीर बनने का सपना न देखें
यह लेख उनकी पूरी बातचीत, निजी अनुभव, निवेश की रणनीति और जीवन के महत्वपूर्ण सबक पर आधारित है। यदि आप भी करोड़पति बनने का सपना देखते हैं तो इन बातों पर अमल जरूर करें। सही कदम और डिसिप्लिन से आप भी वित्तीय स्वतंत्रता हासिल कर सकते हैं।







